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जेमिनी का धीमा दिमाग: गूगल के सबसे शक्तिशाली AI के 5 चौंकाने वाले सिद्धांत

  जेमिनी का धीमा दिमाग: गूगल के सबसे शक्तिशाली AI के 5 चौंकाने वाले सिद्धांत परिचय: जानकारी के महासागर में डूबने से कैसे बचें? आधुनिक रिसर्च की सबसे आम तस्वीर क्या है? शायद आपके ब्राउज़र में दर्जनों टैब खुले हों, आप जानकारी के बोझ तले दबे महसूस कर रहे हों, और किसी जटिल विषय पर काम शुरू करने से पहले ही घंटों सिर्फ "लेगवर्क" (शुरुआती काम) में बिता रहे हों। यह एक जानी-पहचानी समस्या है, और इसी के जवाब में गूगल ने अपनी 'डीप रिसर्च' सुविधा बनाई है। लेकिन इस तकनीक के बारे में सबसे आकर्षक पहलू यह नहीं है कि यह क्या करती है, बल्कि इसके पीछे के हैरान करने वाले और सहज-ज्ञान के विपरीत सिद्धांत हैं कि यह कैसे काम करती है। यह पोस्ट इन पाँच छिपे हुए सिद्धांतों का खुलासा करेगी। -------------------------------------------------------------------------------- 1. सिद्धांत #1: धीमा ही बेहतर है (Slower is Better) धीमा ही बेहतर है: एक AI जो मिनटों में सोचता है, मिलीसेकंड में नहीं गूगल के इंजीनियरों के लिए, जो मिलीसेकंड के अंशों में प्रतिक्रिया देने वाले सिस्टम बनाने के आदी हैं, एक ऐसा A...

जेमिनी का धीमा दिमाग: गूगल के सबसे शक्तिशाली AI के 5 चौंकाने वाले सिद्धांत

  जेमिनी का धीमा दिमाग: गूगल के सबसे शक्तिशाली AI के 5 चौंकाने वाले सिद्धांत परिचय: जानकारी के महासागर में डूबने से कैसे बचें? आधुनिक रिसर्च की सबसे आम तस्वीर क्या है? शायद आपके ब्राउज़र में दर्जनों टैब खुले हों, आप जानकारी के बोझ तले दबे महसूस कर रहे हों, और किसी जटिल विषय पर काम शुरू करने से पहले ही घंटों सिर्फ "लेगवर्क" (शुरुआती काम) में बिता रहे हों। यह एक जानी-पहचानी समस्या है, और इसी के जवाब में गूगल ने अपनी 'डीप रिसर्च' सुविधा बनाई है। लेकिन इस तकनीक के बारे में सबसे आकर्षक पहलू यह नहीं है कि यह क्या करती है, बल्कि इसके पीछे के हैरान करने वाले और सहज-ज्ञान के विपरीत सिद्धांत हैं कि यह कैसे काम करती है। यह पोस्ट इन पाँच छिपे हुए सिद्धांतों का खुलासा करेगी। -------------------------------------------------------------------------------- 1. सिद्धांत #1: धीमा ही बेहतर है (Slower is Better) धीमा ही बेहतर है: एक AI जो मिनटों में सोचता है, मिलीसेकंड में नहीं गूगल के इंजीनियरों के लिए, जो मिलीसेकंड के अंशों में प्रतिक्रिया देने वाले सिस्टम बनाने के आदी हैं, एक ऐसा A...